नई दिल्ली: साउथ अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी 20 सीरीज में टीम इंडिया को सिर्फ एक मैच जीतने में सफलता मिली है। साउथ अफ्रीका इस सीरीज में 2-1 से आगे चल रही है। चौथा मैच शुक्रवार को राजकोट में खेला जाएगा। इस मैच से पहले बड़ा सवाल यह कि क्या कप्तान ऋषभ पंत और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव करेंगे? टीम में पिछले तीन मैचों की प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया गया है। उमरान मलिक और अर्शदीप सिंह भी डेब्यू नहीं कर पाए हैं।
आवेश के इस्तेमाल पर चिंता
इस बीच पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने अब तक तेज गेंदबाज आवेश खान के इस्तेमाल पर चिंता जताई है। क्रिकबज के साथ एक इंटरव्यू में नेहरा ने कहा कि आवेश का इस्तेमाल उन परिस्थितियों में किया जा रहा था जो उनके कौशल के अनुरूप नहीं थे। आवेश को हर्षल पटेल और भुवनेश्वर कुमार के साथ डेथ ओवरों में गेंदबाजी करने के लिए इस्तेमाल किया गया है। नेहरा ने तर्क दिया कि अर्शदीप सिंह टीम के लिए अधिक महत्वपूर्ण हो सकते हैं।
अर्शदीप हो सकते हैं विकल्प
उन्होंने कहा, ‘अगर आपको लगता है कि भुवनेश्वर कुमार गेंद को अच्छी तरह से स्विंग कर रहे हैं और उन्होंने कुछ विकेट जल्दी ले लिए हैं, तो आप उन्हें तीसरा ओवर देने में संकोच नहीं करेंगे। आपके पास हर्षल और अर्शदीप हैं, जो डेथ पर अच्छी गेंदबाजी कर सकते हैं। नेहरा ने आगे कहा, यह कहना मुश्किल है कि किस चरण में आवेश अधिक प्रभावी हैं क्योंकि टीम प्रबंधन ने उन्हें पर्याप्त आत्मविश्वास नहीं दिया है।
उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन खेल में अलग-अलग समय पर उनका इस्तेमाल भी किया गया है। इसलिए अगर आप उसे इस तरह इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो शायद अर्शदीप सिंह एक बेहतर विकल्प हैं।”
अब तक एक भी विकेट नहीं
आवेश ने तीन मैचों में अब तक एक भी विकेट नहीं लिया है। वह विशाखापट्टम में खेले गए तीसरे टी 20 में आठ रन प्रति ओवर से रन देने वाले एकमात्र गेंदबाज थे। हालांकि नेहरा ने कहा कि आवेश मेहनती था क्योंकि वह खराब गेंदबाजी नहीं कर रहा था। नेहरा ने कहा, “उन्होंने आगे अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन खेल में अलग-अलग समय पर उनका इस्तेमाल किया गया है।” नेहरा ने इस बारे में अपनी चिंता व्यक्त की कि पहले तीन मैचों में भारत के तेज गेंदबाजी संयोजन से एक मजबूत पावरप्ले कैसे निकलेगा?
नेहरा ने कहा है कि टीम में अनावश्यक परिवर्तन करने की कोई आवश्यकता नहीं है, विशेष रूप से उमरान मलिक को जल्दबाजी में लेने के बजाय थोड़ा समय दिया जा सकता है।